"मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव के दौरान आरएसएस प्रमुख पर दिए गये बयानों को फिर से दोहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मानसिकता आरक्षण विरोधी है।"
हालिया दिनों में घटी घटनाओं पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को एक बार आड़े हाथों लिया है। नीतीश कुमार ने कहा है कि केंद्र में जंगलराज है तो देश में फासीवाद चल रहा है। मौजूदा वक्त में देश की हालत अराजक हो गई है। बीजेपी जबरन देश के ऊपर अपने विचारों को थोप रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अपनी कैबिनेट के साथ बैठक के बाद बाहर आए मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव के दौरान आरएसएस प्रमुख पर दिए गये बयानों को फिर से दोहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मानसिकता आरक्षण विरोधी है।
नीतीश ने कहा कि कहा कि बीजेपी के विचारों से जो सहमत नहीं, वे उनकी नजर में देशद्रोही हैं। उन्होंने एक बार फिर जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बताए कि कन्हैया ने देश के खिलाफ कौन-सा नारा लगाया था। इसका वे सबूत दें।
रेल बजट को लेकर नीतीश ने निराशा जाहिर की और कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु के बजट से मुझे कोई उम्मीद नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा बहुत सारे प्रोजेक्ट अब तक पेंडिंग पड़े हुए हैं, लेकिन उस पर रेल मंत्री की ओर से कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है। कुछ प्रोजेक्ट तो ऐसे हैं, जो मेरे कार्यकाल के दौरान से ही लटके पड़े हैं लिहाजा मुझे कोई उम्मीद की किरण नजर नहीं आती
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