जेएनयू मामले में एक नया मोड़ आ गया है जिससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं। जेएनयू विवाद को लेकर चल रहे घमासान के बीच भाजपा की स्टूडेंट इकाई एबीवीपी में दो फाड़ हो गया है। खबर है कि एबीवीपी के जेएनयू यूनिट के जॉइंट सेक्रेटरी प्रदीप नरवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है यहीं नहीं इसके अलावा एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के प्रेजीडेंट राहुल यादव और एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के सेक्रेटरी अंकित हंस ने भी अपने अपने पद छोड़ दिए हैं। इस बात की जानकारी प्रदीप ने अपनी फेसबुक वॉल के माध्यम से दी है।
आपको बता दें कि 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में भारत के विरोधी लगे नारों पर लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया आई जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों को दो भागों में बंटते देखा गया। एबीवीपी के जेएनयू यूनिट के जॉइंट सेक्रेटरी प्रदीप नरवाल के मुताबिक केंद्र सरकार ने मामले को जिस तरीके से हस्तक्षेप किया है वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसी कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया।
इधर, पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनवाई के बाद जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बुधवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब वह दो मार्च तक जेल में रहेंगे। कन्हैया को तिहाड़ की जेल नंबर तीन में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। कन्हैया पर हमले के बाद शीर्ष अदालत को भी इस मामले में दखल देना पड़ा। पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए दिल्ली पुलिस की आयुक्त बीएस बस्सी को तलब किया। निचली अदालत में मचे हंगामे के बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से भेजे गये पांच वकीलों की टीम पर पत्थर फेंके गये। उनके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट के वकीलों के एक धड़े ने नारेबाजी की। इससे पहले कन्हैया ने पटियाला कोर्ट को दिये बयान में कहा कि कोर्ट परिसर में भीड़ ने उसके साथ मारपीट की।
वहीं, पटियाला हाउस कोर्ट में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान बुधवार दोपहर फिर अराजकता दिखी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार की सुबह 10:30 बजे तक दिल्ली पुलिस से पूरे मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है। 18 से भाजपा का ‘जन स्वाभिमान अभियान': देश विरोधी आवाजों को अभिव्यक्ति की आजादी के तौर पर पेश करने और गुमराह करने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए भाजपा गुरुवार से तीन दिवसीय अभियान चलायेगी। 18 से 20 फरवरी तक ‘जन स्वाभिमान अभियान' चलाया जायेगा। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता धरना देंगे।
तिहाड़ जेल के कमरा नंबर तीन में बंद
कन्हैया ने रिमांड सुनवाई के लिए पेश किये जाने पर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट से कहा कि मैंने पहले भी कहा है। मैं भारतीय हूं। मुझे देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। मेरे विरुद्ध मीडिया ट्रायल पीड़ादायक है। यदि मेरे विरुद्ध सबूत है कि मैं गद्दार हूं, तो कृपया मुझे जेल भेज दीजिए। यदि मेरे खिलाफ सबूत नहीं हैं, तो मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए। उसके इस बयान पर पुलिस ने कहा कि वह उसकी जमानत का विरोध नहीं करेगी।
पत्थर फेंके गये गालियां दी गयीं
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद दिल्ली पुलिस पटियाला हाउस कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था कायम करने में नाकाम रही। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से भेजे गये पांच वकील पटियाला हाउस पहुंचे। वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने सुप्रीम कोर्ट को पटियाला हाउस में हुई घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान उस पर हमला हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान रूम खाली करने का आदेश दिया। बाद में सुनवाई रोक दी। फिर वकीलों की टीम ने शीर्ष अदालत को बताया कि मी लार्ड कोर्ट परिसर में हमारे ऊपर बोतल और पत्थर फेंके गये और गालियां भी दी गयीं। इस टीम में कपिल सिब्बल, राजीव धवन, दुष्यंत दवे, एडीएन राव, अजित सिन्हा और हरिन रावल शामिल थे।
इधर, पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनवाई के बाद जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बुधवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब वह दो मार्च तक जेल में रहेंगे। कन्हैया को तिहाड़ की जेल नंबर तीन में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। कन्हैया पर हमले के बाद शीर्ष अदालत को भी इस मामले में दखल देना पड़ा। पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए दिल्ली पुलिस की आयुक्त बीएस बस्सी को तलब किया। निचली अदालत में मचे हंगामे के बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से भेजे गये पांच वकीलों की टीम पर पत्थर फेंके गये। उनके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट के वकीलों के एक धड़े ने नारेबाजी की। इससे पहले कन्हैया ने पटियाला कोर्ट को दिये बयान में कहा कि कोर्ट परिसर में भीड़ ने उसके साथ मारपीट की।
वहीं, पटियाला हाउस कोर्ट में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान बुधवार दोपहर फिर अराजकता दिखी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार की सुबह 10:30 बजे तक दिल्ली पुलिस से पूरे मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है। 18 से भाजपा का ‘जन स्वाभिमान अभियान': देश विरोधी आवाजों को अभिव्यक्ति की आजादी के तौर पर पेश करने और गुमराह करने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए भाजपा गुरुवार से तीन दिवसीय अभियान चलायेगी। 18 से 20 फरवरी तक ‘जन स्वाभिमान अभियान' चलाया जायेगा। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता धरना देंगे।
तिहाड़ जेल के कमरा नंबर तीन में बंद
कन्हैया ने रिमांड सुनवाई के लिए पेश किये जाने पर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट से कहा कि मैंने पहले भी कहा है। मैं भारतीय हूं। मुझे देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। मेरे विरुद्ध मीडिया ट्रायल पीड़ादायक है। यदि मेरे विरुद्ध सबूत है कि मैं गद्दार हूं, तो कृपया मुझे जेल भेज दीजिए। यदि मेरे खिलाफ सबूत नहीं हैं, तो मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए। उसके इस बयान पर पुलिस ने कहा कि वह उसकी जमानत का विरोध नहीं करेगी।
पत्थर फेंके गये गालियां दी गयीं
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद दिल्ली पुलिस पटियाला हाउस कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था कायम करने में नाकाम रही। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से भेजे गये पांच वकील पटियाला हाउस पहुंचे। वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने सुप्रीम कोर्ट को पटियाला हाउस में हुई घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान उस पर हमला हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान रूम खाली करने का आदेश दिया। बाद में सुनवाई रोक दी। फिर वकीलों की टीम ने शीर्ष अदालत को बताया कि मी लार्ड कोर्ट परिसर में हमारे ऊपर बोतल और पत्थर फेंके गये और गालियां भी दी गयीं। इस टीम में कपिल सिब्बल, राजीव धवन, दुष्यंत दवे, एडीएन राव, अजित सिन्हा और हरिन रावल शामिल थे।
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