मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि जनता परिवार के विलय के
लिए अधिकृत मुलायम सिंह यादव को मेरा यह सुझाव होगा कि जितनी जल्दी हो सके
विलय की अन्य औपचारिकताओं को लेकर वह बैठक बुलाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि
देश की जनता को स्पष्ट रूप से यह बताया जाना चाहिए कि क्या हो रहा है और
क्या नहीं? जब तक बैठक नहीं होगी तब तक स्पष्ट नहीं होगा कि विलय को लेकर
कोई पेच है या नहीं।
जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद नीतीश ने कहा कि मेरी समझ
से विलय में कोई तकनीकी पेच नहीं है। सभी छह दलों के अध्यक्षों को शामिल कर
मुलायम सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी बनी हुई है। उन्हें बैठक कर चुनाव
चिन्ह, नाम व स्वरूप पर चर्चा करनी है। सभी दल मिलकर इस बारे में चुनाव
आयोग से बात करेंगे।
जनता परिवार के विलय को लेकर प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता परिवार के विलय के प्रति मैं प्रतिबद्ध हूं। विलय की घोषणा तो वैसे भी पहले हो चुकी है। इसलिए इससे पीछे जाने का प्रश्न नहीं है। वैसे इस मसले पर सार्वजनिक रूप से विचार व्यक्त करने से बचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता परिवार के विलय के प्रति मैं प्रतिबद्ध हूं। विलय की घोषणा तो वैसे भी पहले हो चुकी है। इसलिए इससे पीछे जाने का प्रश्न नहीं है। वैसे इस मसले पर सार्वजनिक रूप से विचार व्यक्त करने से बचना चाहिए।
लालू को नहीं है परेशानी
मुख्यमंत्री से जब जदयू के एनडीए के संग जाने से संबंधित प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा, यह कल्पना से परे है। जानबूझकर भ्रम फैलाने वाली पार्टी यह अफवाह फैलाना चाहती है। यह भी नई तकनीक है कि नकारात्मक बातें बोल कर प्रचार हासिल करो। अरुण जेटली के घर जाकर भोजन करने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति को इतना नीचे नहीं गिरा देना चाहिए कि इस पर चर्चा हो कि कौन कहां खाता है?
मुख्यमंत्री से जब जदयू के एनडीए के संग जाने से संबंधित प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा, यह कल्पना से परे है। जानबूझकर भ्रम फैलाने वाली पार्टी यह अफवाह फैलाना चाहती है। यह भी नई तकनीक है कि नकारात्मक बातें बोल कर प्रचार हासिल करो। अरुण जेटली के घर जाकर भोजन करने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति को इतना नीचे नहीं गिरा देना चाहिए कि इस पर चर्चा हो कि कौन कहां खाता है?
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